हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , क़ुम मुक़द्दसा में सप्ताह-ए-तहक़ीक़ की मुनासिबत से आयोजित पुस्तक मेले में मदरसा इमाम अली के शोध विभाग के तत्वावधान में एक इल्मी व बौद्धिक बैठक आयोजित हुई। इसमें मदरसा इमाम अली के संरक्षक हज्जतुल इस्लाम सैयद सलमान अली नक़वी, प्रिंसिपल हज्जतुल इस्लाम शेख़ नियाज़ अली असदी, अन्य प्रतिष्ठित इल्मी हस्तियां, आयोजक, शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे।

इस अवसर पर मदरसा इमाम अली के संरक्षक हज्जतुल इस्लाम वल मुसलिमीन सैयद सलमान अली नक़वी ने इज़राईली दुश्मन के विरुद्ध प्रतिरोधी मोर्चे के महत्व और उसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए प्रतिरोधी मोर्चे के गठन और उसकी आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों को सियोनी दुश्मन के कुटिल उद्देश्यों का अध्ययन करना चाहिए।
मदरसा इमाम अली के निदेशक हज्जतुल इस्लाम वल मुसलिमीन शेख़ नियाज़ अली असदी ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और पुस्तक मेले के सिलसिले में मदरसा इमाम अली के शोध विभाग के प्रभारी हज्जतुल इस्लाम सैयद तनवीर हैदर रिज़वी द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला।

अंत में हज्जतुल इस्लाम ग़ुलाम मुहम्मद शाकरी की पुस्तक “सुबह-ए-नूर” का औपचारिक विमोचन, जामिआतुल मुस्तफ़ा के ज़िम्मेदार हुज्जतुल इस्लाम डॉ. मुस्लिमी और हुज्जतुल इस्लाम सैयद सलमान नक़वी के कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
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